जन्म: 13-3-1980
खाना नं0 1 और 7 खाली , कुण्डली में न राजा न वज़ीर । किस्मत की बुनियाद का मैदान खाना नं0 10 में सूरज ग्रहण और खाना नं0 2 खाली । बृहस्पति मंगल राहु खाना नं0 4, अब बृहस्पति का सोना भी पीतल। मंगल बद जो पानी में भी आग लगा दे, जिसने कोई बदी न छोड़ी, अपने ही परिवार की औरतों पर मंदा और शनि खाना नं0 5 की बुरी नज़र चन्द्र खाना नं0 9 पर । माता जवानी में बेवा हो गई फिर बेवा दादी मारी गई। बाद में ताई भी बेवा हो गई । जहां तक पहला सवाल है, शादी के लिए मंगल बद का उपाय ज़रूरी । जहां तक दूसरा सवाल है, सियासत में तरक्की के लिए ग्रहण का उपाय करना होगा। वर्ना नतीजे कुछ खास न होंगे।
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