पिछले दिनों हरियाणा सूबे का एक 6 साला बालक अपने तेज़ दिमाग की वजह से खबरों में चर्चा का मौज़ू बना। वह अपनी उम्र के बालकों से बहुत आगे है। इतनी कम उम्र में उसके पास देश विदेश की बहुत सी जानकारियों का इतना बड़ा ज़खीरा, जिसे देखकर लोग अपने दांतों तले उंगली दबा लें। सूबे की सरकार ने उसे मान सम्मान और धन दौलत से नवाज़ा है। इस बालक का नाम है कौटिल्य । अब वह पिछले दौर के कौटिल्य की तरह सिर पर चोटी रखने लगा है। यह कोर्इ आम बालक नही है। इसकी कुण्डली यकीनन दिलचस्पी का सबब होगी।
राहु खाना नं0 2 गुरू के घर, उसके हुक्म के जेर साया। किस्मत दोरंगी मानिंद पंगूड़ा ऊपर नीचे चलती हुर्इ। मिटटी सोना और सोना मिटटी दोनों ही ढंग का हाल। चन्द्र मंगल मुश्तर्का खाना नं0 6 उत्तम लक्ष्मी, माया दौलत होवे या दोस्तों की पूरी मदद। राजयोग या राज दरबार का उत्तम फल । आलिम, अक्लमन्द दर्जा कमाल, अक्ल का धनी मुतालका दुनिया से मदद। शनि केतु मुश्तर्का खाना नं0 8 इस्तकलाल, दोनो उत्तम और लम्बी उम्र। दिमागी खाना नं0 14 तकब्बुर खुदपसन्दी का मालिक। शुक्र खाना नं0 10 उम्दा फल।मिर्ज़ा हल्का सारंगी भारी। कामदेव से पूरी भरी हुई और मद्ध पर आई हुई औरत।
बृहस्पत सूरज बुध मुश्तर्का खाना नं0 12 अमूनन राजयोग, उत्तम फल। घर में गंगा, माया लक्ष्मी पांव पकड़े। जागीरों का मालिक ब्रहम ज्ञानी। इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ। मगर बुध का कोर्इ भरोसा नही।
कुल मिलाकर ग्रहों का अनोखा खेल। समझदार के लिए इशारा ही काफी। ज्यादातर ग्रह खाना नं0 8, 2, 6, और 12 में हैं। जो एक दूसरे से मिलते मिलाते हुये बहुत कुछ कह रहे हैं। बहुत से दिमागी खाने जाग रहे हैं। लिहाज़ा दिमाग इतना तेज़ कि सामने वाला दंग रह जाये। छोटी उम्र में ही ज्ञान की गंगा और माया के दरिया में नहाये। इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ मिले। किस्सा कोताह इस बालक को वंडर ब्वाय कहा जा सकता है।
इतना सब होने के बावजूद कुण्डली पर राहु का साया है और बुध भी शक्की है। जिसका मन्दा असर ग्रहों की उम्र के हिसाब से हो सकता है। खासकर जब बुध की अशिया का साथ हो जावे तो वह छुपी शरारत कर देगा। इसलिए इनका ख्याल रखना और (असली) लाल किताब के मुताबिक उपाय करना बेहतर होगा।
राहु खाना नं0 2 गुरू के घर, उसके हुक्म के जेर साया। किस्मत दोरंगी मानिंद पंगूड़ा ऊपर नीचे चलती हुर्इ। मिटटी सोना और सोना मिटटी दोनों ही ढंग का हाल। चन्द्र मंगल मुश्तर्का खाना नं0 6 उत्तम लक्ष्मी, माया दौलत होवे या दोस्तों की पूरी मदद। राजयोग या राज दरबार का उत्तम फल । आलिम, अक्लमन्द दर्जा कमाल, अक्ल का धनी मुतालका दुनिया से मदद। शनि केतु मुश्तर्का खाना नं0 8 इस्तकलाल, दोनो उत्तम और लम्बी उम्र। दिमागी खाना नं0 14 तकब्बुर खुदपसन्दी का मालिक। शुक्र खाना नं0 10 उम्दा फल।मिर्ज़ा हल्का सारंगी भारी। कामदेव से पूरी भरी हुई और मद्ध पर आई हुई औरत।
बृहस्पत सूरज बुध मुश्तर्का खाना नं0 12 अमूनन राजयोग, उत्तम फल। घर में गंगा, माया लक्ष्मी पांव पकड़े। जागीरों का मालिक ब्रहम ज्ञानी। इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ। मगर बुध का कोर्इ भरोसा नही।
कुल मिलाकर ग्रहों का अनोखा खेल। समझदार के लिए इशारा ही काफी। ज्यादातर ग्रह खाना नं0 8, 2, 6, और 12 में हैं। जो एक दूसरे से मिलते मिलाते हुये बहुत कुछ कह रहे हैं। बहुत से दिमागी खाने जाग रहे हैं। लिहाज़ा दिमाग इतना तेज़ कि सामने वाला दंग रह जाये। छोटी उम्र में ही ज्ञान की गंगा और माया के दरिया में नहाये। इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ मिले। किस्सा कोताह इस बालक को वंडर ब्वाय कहा जा सकता है।
इतना सब होने के बावजूद कुण्डली पर राहु का साया है और बुध भी शक्की है। जिसका मन्दा असर ग्रहों की उम्र के हिसाब से हो सकता है। खासकर जब बुध की अशिया का साथ हो जावे तो वह छुपी शरारत कर देगा। इसलिए इनका ख्याल रखना और (असली) लाल किताब के मुताबिक उपाय करना बेहतर होगा।