Wednesday, August 23, 2017

प्रियंका

कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने मुल्क को आज़ादी दिलवाई थी। आज़ादी के बाद कांगे्रस ने मुल्क पर लम्बे अर्से तक हकूमत की और एक ही परिवार के तीन वज़ीर-ए-आज़़म दिये। इसी परिवार के राहुल गांधी को कांग्रेस में अगले वज़ीर-ए-आज़़म के तौर पर देखा और सन् 2014 में लोकसभा का चुनाव उसकी कियादत मंे लड़ा। मुल्क पर कांग्रेस की पकड़ कुछ तो पहले ही ढीली पड़ गई थी बाकी कमी लोकसभा के इन्तख़ाब ने पूरी कर दी। पार्टी की गिनती इतनी कम हो गई कि उसको मुख़ालिफ पार्टी का दर्जा भी न मिला तब राहुल गांधी की उम्र 44 साल थी और चुनाव में सीटें भी 44 मिलीं। कांग्रेस का इतना बुरा हाल पहले कभी न हुआ था। कुछ कांग्रेसी लीडरों ने गांधी परिवार की दूसरी सदस्य, राहुल की बहन प्रियंका को सियासत में लाने की बात की तांकि कांग्रेस की गिरती साख को बचाया जा सके। इस साल 5 सूबाई सरकार के इन्तख़ाब में भी कांग्र्रेस को काफी धक्का लगा। पार्टी केवल एक सूबे में ही सरकार बना पाई।
लिहाज़ा प्रियंका की मांग फिर कांग्रेस पार्टी में होने लगी। राहुल गांधी की कुण्डली पर तो पहले बात हो ही चुकी है। अब सवाल यह है कि अगर प्रियंका सियासत में आ जाये तो क्या कांग्रेस को फिर से जीवन मिल पायेगा ? प्रियंका की कुण्डली इस तरह बताई जाती है:-


राहु केतु चन्द्र और शनि का खास योग। बृहस्पत सूरज बुध खाना नम्बर 7, शुक्र खाना नम्बर 9 और खाना नम्बर 1 खाली। किस्मत का हाल झूले की तरह ऊपर नीचे होता रहे। मां वक्त से पहले बेवा या दवाई, डाक्टर, हस्पताल से ताल्लुक बने। सुना है मां बिमार रहती है। अगर यह कुण्डली सही है तो प्रियंका को अपने घर परिवार के बारे सोचना चाहिए। मुल्क का ख्याल रखने के लिए और कई लोग मौजूद हैं। समझदार के लिए इशारा ही काफी और नकलचीन से बस मुआफ़ी।