गुजरात के तीसरी बार बने मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी आजकल खबरों में हैं। हाल ही में पार्टी ने उनको चुनाव प्रचार कमेटी का सदर बनाया । जिसे लोगों ने उनको प्रधानमन्त्री का उम्मीदवार समझ लिया। लिहाज़ा पार्टी के कुछ नेता नाराज़ भी हुये। अडवानी जी ने तो अस्तीफा ही दे दिया पर बात न बनी क्योंकि अस्तीफा वापिस लेना पड़ा। तो क्या मोदी जी के सितारे बुलन्द हैं ? जिसके लिए उनकी जन्म कुण्डली का जायज़ा लेना होगा। उनकी कुण्डली इस तरह बताई जाती है।
समझदार के लिए इशारा ही काफी । कुण्डली के केन्द्र खाली । अपने लिये सब कुछ खुद ही करना पड़े। चन्द्र मंगल मुश्तर्का खाना नं0 2 और खाना नं0 8 खाली, दूध में शहद की तरह नेक असर। बृहस्पत खाना नं0 5 और उसके दोस्त ग्रह खाना नं0 2 और खाना नं0 12 में मदद पर । शुक्र शनि मुश्तर्का खाना नं0 11 और खाना नं0 3 खाली, मस्मुई केतु उच्च और बुध खामोश। सूर्य बुध केतु मुश्तर्का खाना नं0 12 और राहु खाना नं0 6, राजयोग मगर रकीबों की तरफ से मुखालफत होती रहे। कुण्डली में हल्का सा सूर्य ग्रहण है जिसका साया राज दरबार पर होगा।
चन्द्र की उम्र 24 साल से काम काज शुरू करे। मंगल की उम्र 28 साल से आगे बढ़े। राहु की उम्र 42 साल से अपने लिये खास मुकाम बना ले। 50 साला उम्र से बृहस्पत खड़ा हो जावे। इसी दौरान मोदी जी पहली बार सूबे के मुख्यमन्त्री बने।कुल मिलाकर राज दरबार या परिवार । राज दरबार तो है शायद परिवार नहीं ।
अगले साल लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। अब सवाल यह है कि क्या मोदी जी मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म बनेंगे ? उम्मीद तो है मगर बुध खाना नं0 12 का कोई भरोसा नही। अडवानी जी की कुण्डली में भी बुध खाना नं0 12 में है जिसने उनको प्रधानमन्त्री नहीं बनने दिया। इसलिए बुध का उपाय कर लेना ही बेहतर है। आमीन ।
समझदार के लिए इशारा ही काफी । कुण्डली के केन्द्र खाली । अपने लिये सब कुछ खुद ही करना पड़े। चन्द्र मंगल मुश्तर्का खाना नं0 2 और खाना नं0 8 खाली, दूध में शहद की तरह नेक असर। बृहस्पत खाना नं0 5 और उसके दोस्त ग्रह खाना नं0 2 और खाना नं0 12 में मदद पर । शुक्र शनि मुश्तर्का खाना नं0 11 और खाना नं0 3 खाली, मस्मुई केतु उच्च और बुध खामोश। सूर्य बुध केतु मुश्तर्का खाना नं0 12 और राहु खाना नं0 6, राजयोग मगर रकीबों की तरफ से मुखालफत होती रहे। कुण्डली में हल्का सा सूर्य ग्रहण है जिसका साया राज दरबार पर होगा।
चन्द्र की उम्र 24 साल से काम काज शुरू करे। मंगल की उम्र 28 साल से आगे बढ़े। राहु की उम्र 42 साल से अपने लिये खास मुकाम बना ले। 50 साला उम्र से बृहस्पत खड़ा हो जावे। इसी दौरान मोदी जी पहली बार सूबे के मुख्यमन्त्री बने।कुल मिलाकर राज दरबार या परिवार । राज दरबार तो है शायद परिवार नहीं ।
अगले साल लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। अब सवाल यह है कि क्या मोदी जी मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म बनेंगे ? उम्मीद तो है मगर बुध खाना नं0 12 का कोई भरोसा नही। अडवानी जी की कुण्डली में भी बुध खाना नं0 12 में है जिसने उनको प्रधानमन्त्री नहीं बनने दिया। इसलिए बुध का उपाय कर लेना ही बेहतर है। आमीन ।
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