Tuesday, October 2, 2012

डाक्टर साहिब


डाक्टर मनमोहन सिंह वज़ीरे आज़म आजकल ज़रा मुशिकल में हैं। कर्इ तो घोटाले हो गये। कोयले का मुददा तो कोलगेट बन गया। जिससे उनके अक्स को धक्का लगा है। सरकार चलाने के लिए दूसरी पार्टियों का आसरा लेना पड़ता है क्योंकि उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस का पार्लियमैंट में बहुमत नहीं है। फिर सबका ख्याल भी रखना पड़ता है। हाल ही में एक पार्टी नाराज़ होकर उनका साथ छोड़ गर्इ। अब क्या करें.......एक को मनाऊं तो दूजा रूठ जाता है। ऐसे में क्या होगा.....यह जानने के लिए डाक्टर साहिब की कुण्डली चाहिए। नैट पर जो उनकी कुण्डली मिली, वह कहां तक सही है, यह कहना मुशिकल है।





खैर इस कुण्डली के मुताबिक 26 सितम्बर को उनका साल बदल गया है। इस साल के वर्षफल में कर्इ ग्रह मंदे हो गये । वह ग्रह भी  जिसका कोयले से ताल्लुक है। फिर बुध भी कुछ न कुछ मन्दा करके रहेगा। लाल किताब के मुताबिक, बुध घर तीजे जब हुआ जली अनोखी आंच, नौ उजड़े ग्यारह मरे गरके चार और पांच । किस्सा कोताह यह साल डाक्टर साहिब के लिए ठीक नही है। कुछ भी मन्दा हो सकता है अगर यह कुण्डली सही है।

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