पिछले साल एक मज़मून "हीरो" फिल्म अदाकार राजेश खन्ना जी के बारे लिखा था। यह उसका दूसरा हिस्सा है।
अपने ज़माने के सुपर स्टार राजेश खन्ना जी का 18 जुलाई 2012 को इन्तकाल हो गया। उन्होने 163 फिल्मों में काम किया। सन् 1969-1973 के दौरान उनकी 15 फिल्मे लगातार हिट रही। लिहाज़ा वह बालीवुड के सुपरस्टार कहलाये। एक रिकार्ड जो शायद आज भी कायम है।
"तुम पुकार लो तुम्हारा इन्तज़ार है ........ कहीं दूर जब दिन ढल जाये..........ज़िन्दगी का सफर है यह कैसा सफर"...........
किसका इन्तज़ार रहा, दिन कैसे ढले और ज़िन्दगी का सफर कैसे कटा। कई सवाल है जवाब कोई नही। उनकी ज़िन्दगी के 69 साल पूरे हो चुके थे और 70वां साल चल रहा था।
कुण्डली में चन्द्र ग्रहण । वर्षफल में चन्द्र पर पापी ग्रहों का ज़हरीला असर। यानि उम्र का मालिक चन्द्र पूरी तरह बर्बाद। बुध मन्दा खाना नं0 3 दुनिया से कूच के वक्त राहे रवानगी। जब आखिरी वक्त आया तो राजेश खन्ना जी ने कहा, "टाईम हो गया है..... पैकअप।"
"मौत आनी है आयेगी इक दिन,
जान जानी है जायेगी इक दिन,
ऐसी बातों से क्या घबराना।"
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