'' घर पहला है तख्त हज़ारी, ग्रह फल राजा कुण्डली का;
जोतिष में इसे लगन भी कहतें, झगड़ा जहां रूह-माया का।''
'' हुई राख दुनिया है दिन रात जलती,
सिर्फ धर्म बाकी है एहसान धरती।''
सूरज खाना नं0 1 होने के वक्त कुण्डली वाला मानिन्द राजा हुकमरान, ख्यालात पुराने ज़माना के और धर्म की पालना करने वाला होगा। उसके ज्यादा भाई बहन होने की शर्त न होगी। बाप की आखिरी उम्र तक पूरी सेवा और मदद करे पर अपने बेटे की तरफ से उम्मीद न रखे। बाप से बेशक दौलत मिले न मिले मगर बेटे को दौलत जमा करके ज़रूर दे जायेगा। जो उसे तबाह करने की गर्ज़ से मारेगा, वह खुद ही बर्बाद हो जायेगा। शराबखोरी व गन्दे इश्क से दूर मगर नेकी व गरीब की मदद हमेशा चाहने वाला। दो धारी तलवार की तबीयत का मालिक और जिस्म में सांप का गुस्सा। कुछ भी हो उसका रिज़क कभी बन्द न होगा और वह खुद साख्ता अमीर होगा। उम्र लम्बी और राज दरबार का साथ होगा। सफर के नेक नतीजे या सफर से दौलत पैदा करे। जिस्म के तमाम अंग आखिरी दम तक साथ देंगे। ईमानदारी से धन फलता और बरकत देगा। औलाद चाहे गिनती की हो पर सुख देगी। परोपकार, सेवा साधन और सन्तोष माया तरक्की की बुनियाद होंगे। माया दौलत खुद पैदा करेगा मगर माया का गुलाम न होगा, जब दोस्त ग्रहों की मदद हो ।
जब दोस्त ग्रह मन्दे हो तो सूरज का कोई भरोसा न होगा। वालिद बचपन में गुज़र जाये और औरत की सेहत मन्दी जब शुक्र खाना नं0 7 में हो ।लड़का ज़िन्दा न रहे जब मंगल खाना नं0 5 में हो । औरत ज़िन्दा न रहे जब सनीचर खाना नं0 8 में हो । सोया हुआ सूरज जब खाना नं0 7 खाली हो तो 24 साला उम्र से पहले की शादी मुबारक ।
बतौर उपाय जद्दी मकान में कुदरती पानी कायम होने के 10 साल बाद किस्मत का सूरज चमकता होगा।
मिसाल के तौर पर जीने की कला बताने वाले श्री श्री रवि शंकर जी की कुण्डली । समझदार के लिए इशारा ही काफी।
जन्म: 13.5.1956
सूरज खाना नं0 1 और दोस्त ग्रहों की मदद । नतीजा...... इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ। किस्मत का सूरज बुलन्द है। मगर खाना नं0 7 खाली और उसका मालिक शुक्र खाना नं0 3 में चन्द्र के साथ। अब उम्र 55 साल हो गई है। क्या शादी नही हुई ? दूसरी मिसाल राहुल गांधी जी की कुण्डली ।
जन्म : 19.6.1970
सूरज खाना नं0 1 और दोस्त ग्रहों की मदद। नतीजा......... इज्ज़त, दौलत और शोहरत का साथ । मगर खाना नं0 7 खाली और उसका मालिक शुक्र खाना नं0 2 में । अब उम्र 41 साल हो गई है। क्या शादी न होगी ?
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